महाराष्ट्र की राजधानी गुवाहाटी चली गई है. मुंबई वाले भी सरकार की तरफ देखते हैं तो गुवाहाटी की तरफ देखने लग जाते हैं. ब्रेकिंग न्यूज की इतनी बिजली कड़क रही है कि राजनीतिक को नैतिकता औऱ संवैधानिकता की निगाह देखने वाले आसमान की तरफ देखने लग जाते हैं. बात सेना की निजीकरण से शुरू हुई थी, निजीकरण हो गया शिवसेना का.