रवीश कुमार का प्राइम टाइम : कब तक गोदी मीडिया नाक कटाता रहेगा?

अरब देशों के दबाव में चंद घंटे के भीतर बीजेपी को दो प्रवक्ताओं के ख़िलाफ़ कार्रवाई करनी पड़ गई. जो ख़बर पूरी दुनिया में साझा हो रही है, उस ख़बर को हिन्दी के अख़बारों ने कैसे छापा है, उसका भी अध्ययन ज़रूरी है.

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