क्या हमारे राजनीतिक दलों ने कोई ऐसा पैमाना बनाया है कि किसी मुद्दे पर कब राजनीति होनी चाहिए और कब नहीं। अगर नहीं बनाया है तो फिर वे किस लिहाज़ से अपनी सुविधा के हिसाब से लेक्चर देने लगते हैं कि इस पर राजनीति हो रही है, उस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। हैदराबाद विश्वविद्यालय में एक दलित छात्र की खुदकुशी के बाद उठ रहे सवालों पर खास नजर...