हार्वर्ड से ज़्यादा दम होता है हार्डवर्क में. नारा तो सरिया, सीमेंट के विज्ञापन जैसा ही ज़ोरदार है. प्रधानमंत्री की इस गुगली से हार्वर्ड वालों की धुकधुकी बढ़ गई होगी. वैसे हार्डवर्क नाम की कोई यूनिवर्सिटी नहीं है फिर भी परेशान तो होंगे कि क्या वे बिना हार्डवर्क के ही हार्वर्ड वाले हो गए. यूपी के महाराजगंज से हार्वर्ड वालों को पहली बार सीरीयस चुनौती मिली है. अभी तक हार्वर्ड वाले सिर्फ अपना विजिटिंग कार्ड दिखाकर राजनीतिक दल से लेकर रिजर्व बैंक तक में गवर्नर बन जाया करते थे. हो सकता है अब ट्रेन या बस में अपनी यूनिवर्सिटी का नाम लेने में घबराहट हो. लेकिन इतना भी मनोबल गिराने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि हार्वर्ड वाले मोदी सरकार में भी हैं.