मुंबई हाईकोर्ट में भीमा कोरेगांव मामले में गिरफ्तार एक आरोपी वी गोंज़ाल्विस की ज़मानत याचिका पर सुनवाई हो रही थी. इसकी सुनवाई जस्टिस सारंग कोतवाल कर रहे थे. पुणे पुलिस उनकी ज़मानत का विरोध कर रही थी जिसने गोंज़ाल्विस को पिछले साल अगस्त में अनलाफुल एक्टिविटिज़ प्रिवेंशन एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था. पुलिस ने गोंज़ाल्विस के खिलाफ सीडी और कुछ किताबें पेश की और कहा कि ये उनके घर से बरामद हुई हैं और गंभीर हैं. जो भी ज़ब्ती हुई है उसकी सूची पेश की गई. जिसमें कई चीज़ें थी. मार्कसिस्ट आर्काइव की सीडी, कबीर कला मंच की सीडी जिसका टाइटल है राज्य दमन विरोधी और कुछ किताबें. सुधा भारद्वाज के वकील युग मोहित चौधरी ने कहा कि उस सूची में लियो टॉल्सटाय की किताब वॉर एंड पीस है ही नहीं, लेकिन मीडिया में रिपोर्ट बन गई कि जस्टिस सारंग कोतवाल ने 'वॉर एंड पीस' से संबंधित टिप्पणी की है और पूछा है कि दूसरे देश के युद्ध से संबंधित किताब क्यों है?