बार्डर पार करने का एक और मतलब होता है. मैं उस बोर्डर की बात कर रहा हूं जिसे पार करते ही लोग मेंटल डिसार्डर का शिकार हो जाते हैं. हम न तो बार्डर पहचानते हैं न उसे पार करने के बाद मेंटल डिसार्डर की अवस्था को जानते हैं. इसीलिए मनोरोग के शिकार लाखों-करोड़ों लोग न तो समय पर डॉक्टर के पास पहुंच पाते हैं... और पहुंच भी जाते हैं तो पता चलता है कि इस बीमारी के लिए पर्याप्त डॉक्टर ही नहीं हैं.