पिछले बीस सालों में यूनिवर्सिटी और कॉलेज सिस्टम को बर्बाद नहीं किया गया होता तो आज भारत के लोकतंत्र में व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी का इतना रोल नहीं होता. दंगा कराने से लेकर फेक न्यूज़ फैलाने वाली व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी से जुड़ नौजवान से लेकर नागरिक तक ख़ुद को शिक्षित समझने लगे हैं.