क्या सार्क सम्मेलन अच्छा भाषण देने का मंच है या अब भारत इस मंच को दूसरी दिशा में मोड़ रहा है, जहां वो पाकिस्तान का आसरा छोड़ अन्य देशों के साथ संबंधों को तेजी से बेहतर करना चाहता है। कहीं ऐसा तो नहीं कि भारत और पाकिस्तान ही अपने संबंधों के कूटनीतिक खेल में सार्क के उद्देश्य को दांव पर लगा रहे हैं या आज भारत ने पाकिस्तान को सार्क देशों के बीच पूरी तरह से हाशिये पर ला दिया। हम पास-पास तो हैं साथ-साथ नहीं।