प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को केरल के कोझिकोड में बीजेपी बैठक में जनसंघ के विचारक दीनदयाल उपाध्याय का हवाला दिया और कहा कि मुस्लिमों को वोटबैंक की वस्तु के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए. क्या प्रधानमंत्री के बयान से मुस्लिम समाज में विश्वास बढ़ा है?