मरीज़ों के नातेदार रोज़मर्रा के काम - दांत मांजना, बर्तन-कपड़े धोना - कर रहे हैं, और उन्हीं के पास सूअर घूम रहे हैं. यह दृश्य है मध्य महाराष्ट्र स्थित नांदेड़ के उसी अस्पताल का, जिसमें 48 घंटे में हुई 31 मरीज़ों की मौत सुर्खियों में बनी हुई है.