नांदेड़ के कुर्ला का ये परिवार इस उम्मीद में इस अस्पताल में आया था कि घर में नन्हीं किलकारियां गूंजेंगी. लेकिन नांदेड़ के इस अस्पताल में उसे बस रुलाई मिली है. 21 साल की अंजलि को जो बच्चा हुआ वो पूरी तरह स्वस्थ था, वज़न 4 किलो था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका.