पूर्व राज्यसभा सांसद व समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रवि प्रकाश वर्मा भी #Justice4EveryChild टेलीथॉन से जुड़े. उन्होंने कहा, 'हमने देखा है कि यह संकट गंभीर है. लॉकडाउन के एक महीने के भीतर लगभग 92,000 मामले दर्ज किए गए. हम मामलों में वृद्धि और इससे जुड़े कलंक से चिंतित हैं. इसका आघात लंबे समय तक रहता है. शिक्षकों को बाल मनोविज्ञान पर काम करना चाहिए और बहस किए बिना उन्हें समझना चाहिए कि एक बच्चे को आघात पहुंचा है और फिर शिक्षकों को बच्चों को आघात से बाहर निकालना पड़ता है. मैं इसे एक झटका के रूप में देखता हूं. लोग बच्चों के बारे में संवेदनशील हैं लेकिन केवल अपने बच्चों के बारे में.'