जम्मू-कश्मीर के करीब 80 फीसदी अस्पतालों में ब्रॉडबैंड सेवाएं शुरू कर दी गई हैं लेकिन मरीजों को इसका फायदा नहीं मिल रहा है. दरअसल सिर्फ प्रशासनिक कार्यों के लिए इंटरनेट सेवाएं शुरू की गई हैं. इंटरनेट न होने से मरीजों को आयुष्मान योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है.