प्रदूषण पर संसद की स्थाई समिति की बैठक हुई जिसमें कई अहम मुद्दे उठाए गए. इसमें ख़ासकर पराली के जलाए जाने का मुद्दा उठा जिससे दिल्ली की हवा पर बहुत असर पड़ता है. पीएम 2.5 की मात्रा बहुत बढ़ जाती है. 31 अक्तूबर को दिल्ली में PM 2.5 का स्तर 46% पहुंच गया था.