पप्पू यादव ने SIR को लेकर चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि अगर सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बावजूद चुनाव आयोग SIR को वैसे ही जारी रखता है, तो विपक्षी दलों को बिहार चुनाव लड़ने पर पुनर्विचार करना होगा। पप्पू यादव ने कहा कि अगर केवल बीजेपी को ही किसी तरह चुनाव जितवाना है, तो चुनाव लड़कर कोई फायदा नहीं है। |
पप्पू यादव के बयान के मुख्य बिंदु: -
चुनाव आयोग (Election Commission) की मंशा पर सवाल: पप्पू यादव ने कहा कि चुनाव आयोग की प्रक्रिया गलत और संदिग्ध है, और बिना ठोस सबूत के लोगों के नाम हटाए जा रहे हैं।
विपक्षी दलों को पुनर्विचार: अगर SIR को इसी तरह जारी रखा गया, तो विपक्षी दलों को बिहार चुनाव लड़ने पर पुनर्विचार करना होगा।
कानून व्यवस्था पर सवाल: पप्पू यादव ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह विपक्ष के नेता के तौर पर इस मुद्दे को ठीक से नहीं उठा रहे हैं।
गोपाल खेमका हत्याकांड (Gopal Khemka Murder Case): पप्पू यादव ने एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए सीबीआई जांच की मांग की है और चिराग पासवान को पहले एनडीए से बाहर आने की चुनौती दी है.