पाकिस्तान के मीरपुर से भारत आए चौधरी हसन मोहम्मद 52 साल बाद रजौरी में रहने वाले अपने बड़े भाई दिल हसन से मिल पाए, लेकिन इस यादगार मुलाकात के बाद वतन वापसी उनके लिए मुश्किल हो गई है, क्योंकि जम्मू-कश्मीर में युद्धविराम तोड़े जाने से पुंछ और रावलकोट के बीच चलने वाली बस रुक गई है. हमारे सहयोगी सुधी रंजन सेन ने बात की इस परिवार से.