कहानी एक ऐसे परिवार की, जिसने अपने को खोकर भी चार लोगों को नई जिंदगी दी। दरअसल, एम्स और ILBS अस्पताल के डॉक्टरों ने ऑर्गन डोनेशन के बाद ये मुमकिन कर दिखाया। दोनों गुर्दे, लिवर और हार्ट सफलतापूर्वक अलग-अलग जरूरतमंदों को लगाए गए। ऑर्गन डोनर गुरविंदर की भाभी बलजीत कौर रोते हुए कहती हैं कि मुझे मेरी दोस्त ने कहा कि ये क्या किया।