Operation Sindoor SSB Jawan: एक सैनिक होना सिर्फ वर्दी पहनना नहीं होता... ये एक ऐसा जीवन है जिसमें अपना सब कुछ पीछे छोड़कर देश को पहला दर्जा देना पड़ता है. आज हम एक ऐसी सच्ची घटना लेकर आए हैं... जो सिर्फ एक कहानी नहीं है- ये त्याग, समर्पण और दर्द की वो मिसाल है, जो हर भारतवासी के दिल को झकझोर देगी. ये कहानी है ओडिशा के संबलपुर ज़िले की… लखनपुर ब्लॉक के टेंगनामाल गांव के बहादुर सपूत देबराज की. देबराज… सशस्त्र सीमा बल यानी SSB में कार्यरत हैं और जब देश को ज़रूरत पड़ी… तब देबराज ने अपनी सबसे बड़ी निजी लड़ाई को पीछे छोड़कर… वर्दी की शपथ निभाई.