दिल्ली के मंगोलपुरी ( Delhi Mangolpuri Murder) में हुई 24 साल के रिंकू की हत्या महज एक हत्या नहीं बल्कि इंसानियत का कत्ल भी है. हत्यारोपियों में से एक की पत्नी को खून की जरूरत हुई थी तो रिंकू ने ही मदद की थी. एक अन्य आरोपी को भी कोरोना काल में सहायता की गई थी. संजय गांधी हॉस्पिटल (Sanjay Gandhi Hospital) के ठीक सामने रिंकू रहता था. रिंकू के करीबियों ने ही इस वारदात को अंजाम दिया. पुलिस ने साफ किया है कि यह मामला आर्थिक वजहो से जुड़ा है. लेकिन परिवार वालों का कहना है कि रामभक्त होने की वजह से उसे मारा गया. आप नेता राखी बिड़लान, सांसद हंसराज हंस भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. उसके परिवार के लिए 5 लाख रुपये मदद का ऐलान किया गया.