प्रधानमंत्री ने पिछले दिनों ट्विटर पर बीजेपी का समर्थन करने वाले कुछ लोगों से बात की थी, जिससे अब एक विवाद खड़ा हुआ है। सवाल पूछे जा रहे हैं कि क्या पीएम को उन लोगों से मिलना चाहिए जो सोशल मीडिया पर भद्दी भाषा का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि सरकार कह रही है कि सोशल मीडिया का सकारात्मक इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करना मक़सद रहा है।