इतिहासकार रामचंद्र गुहा को जनवरी 2019 में अहमदाबाद यूनिवर्सिटी में फैकल्टी के रूप में जॉइन करना था लेकिन ABVP के विरोध के बाद गुहा जोइनिंग ना करने का निर्णय लिया है. 31 अक्टूबर को ट्विटर के ज़रिए गुहा ने यह जानकारी दी. अखिल भारतीय विद्या परिषद के कुछ सदस्य कुल-पति को चिट्ठी लिखकर कहा था कि रामचंद्र पूरी तरह कम्युनिस्ट है और देश विरोधी काम मे लिप्त रहते हैं. इस मुद्दे पर एनडीटीवी ने प्रोफेसर कमल मित्र चिनॉय से बात की. चिनॉय ने कहा कि इस सरकार लेगों की बोलने आज़ादी छीन रही है. चिनॉय का मनना है ABVP के प्रोटेस्ट के पीछे आरएसएस का हाथ है. चिनॉय ने कहा रामचंद्र गुहा यूनिवर्सिटी ना जॉइन करने से यूनिवर्सिटी के साथ साथ छात्रों की नुकसान होगा.