देश में जारी लॉकडाउन के बीच लोग मानसिक रूप से परेशान हो रहे हैं. मेंटल हेल्थ आज भी भारत में लोगों के बीच चर्चा का बहुत बड़ा विषय नहीं है लेकिन कई देशों में इसे समाज का हिस्सा बना लिया गया है. निशांत राव कहते हैं कि हमें अपने देश में भी इस पर ध्यान देने की जरूरत हैं.