प्रधानमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया तो उनके मंत्रिपरिषद में सदस्यों की संख्या 44 से बढ़कर 66 हो गई। यूपीए के वक्त यह संख्या 72 तक पहुंच गई थी। तो ऐसे में सवाल यह कि मोदी सरकार के नारे ‘न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन’ का क्या हुआ? न्यूज़ प्वाइंट में इसी मुद्दे पर एक चर्चा...