राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उस विधेयक को खारिज़ कर दिया है, जिसके तहत आम आदमी पार्टी के 21 विधायको को लाभ के पद के दायरे से बाहर रखे जाने की बात कही गई थी। इसके साथ ही अब इन सभी विधायकों की सदस्यता पर तलवार लटकी है, जिस पर फैसला चुनाव आयोग लेगा। ऐसे में पार्टी के लिए अब आगे का रास्ता क्या होगा? न्यूज़ प्वाइंट की इस कड़ी में देखें इसी मुद्दे पर खास चर्चा...