पैतृक संपति में बराबर का अधिकार देने की कानून को दस साल हो गए, लेकिन इसके बावजूद सामाजिक और संस्कृतिक बाधाओं के चलते महिलाओं को उनका हक नहीं मिल पाता... बिहार के नालंदा जिले की 28 वर्षीय रीना देवी ने यह तय किया कि वह अपने भाई से पैतृक संपति में हिस्सा लेंगी।