पिछले हफ्ते आपने देखा कि किसान आंदोलन के संदर्भ में एक नया मोड़ सामने आया है. वो है इसके अंतरराष्ट्रीयकरण का. अब इस मामले में कहा जाने लगा कि इसमें अंतरराष्ट्रीय साजिश है. सरकार अपने कारण देते हुए ये कहती है कि जिस तरह से लोगों ने इसके बारे में ट्वीट किया. उससे साफ जाहिर होता है कि इसमें बहुत बड़ी साजिश है. ये सारा विवाद इस मामले में एक प्रसिद्ध गायिका रिहाना और उसके बाद स्वीडिश जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के ट्वीट के बाद हुआ. दरअसल, ग्रेटा ने अपने एक ट्वीट में टूल किट जारी किया. जिसके बाद भारत में इस पर विवाद खड़ा हो गया. इस मामले में कई तरह की प्रतिक्रियाएं आने लगी. बता दें कि टूल किट एक तरह से एक पूंजी है कि किस तरह से आंदोलन को जिंदा रखा जाए उसे बढाया जाए. इस मामले में आरोप ये भी लगाया जा रहा है कि इस आंदोलन की अगुवाई एक प्रो-खालिस्तानी संस्था कर रही है. अब इस पर जांच चल रही है और एक एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है.