केंद्र सरकार ने हाल ही में नई शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलावों की घोषणा की है. शिक्षा मंत्रालय के नए पाठ्यक्रम ढांचे के तहत बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार होंगी. इस दौरान छात्र-छात्राओं को सर्वश्रेष्ठ अंक बरकरार रखने की इजाजत होगी. ऐसे में लोगों का मत बंटा हुआ है. अब बड़ा सवाल है कि दो-दो बोर्ड परीक्षा राहत है या आफत.