Mumbai News: आप सबने एक कहानी जरूर सुनी होगी। जिसमें कबूतरों का एक झुंड बहेलिए के जाल में फंस जाता है। फिर चूहा जाल काटता है और कबूतर उड़ जाते हैं। लेकिन अब मैं आपको जो सुनाने जा रहा हूं उसमें कहानी उल्टी है। कबूतरों के जाल में इंसान फंस चुके हैं। कबूतरों को दाना डालने की आदत धर्म और दया का काम है। लेकिन बदले में हमें मिलती है बीमारी।हवन करने में हाथ जल रहे हैं। मुंबई में कबूतरों को दाना देने पर पाबंदी लगा दी गयी है।जो दाना डालते पकड़ा गया उस पर 500 जुर्माना लगेगा। BMC नें अबतक करीब 1 हजार लोगों पर जुर्माना लगाया है। इतना ही नहीं मुंबई से कबूतरखाने भी बाहर किए जा रहे हैं। हिन्दी सिनेमा और फोटोग्राफी में कबूतर भले ही कितने रोमांटिक लगें लेकिन ये हमारे लिए हितकारी नहीं हैं। कबूतर से दूरी है बहुत जरूरी। मुंबई की तरह पूरे देश में कबूतरों को बस्तियों से दूर जंगल में सीमित कर देना चाहिए- और इन्हें दाना खिलाने का जो व्यापार शुरू हुआ है उसपर भी रोक लगनी चाहिए।