कुछ साल पहले तक पूर्वांचल में अतीक अहमद से लेकर मुख़्तार अंसारी की बंदूकों का खौफ लोगों पर छाया रहता था. लेकिन एक साल के भीतर ही दोनों की मौत हो गयी. अतीक को पिछले 15 अप्रैल को पुलिस सुरक्षा में ही गोली मार दी गयी थी तो मुख्तार अंसारी का गुरुवार को दिल के दौरे से निधन हो गया. लेकिन उसके घर वालों का आरोप है कि इस मौत के पीछे गंभीर साजिश है और मुख्तार को मारा गया है.