'वीरे दी वेडिंग’ ऐसी फिल्म है जिसने बॉलीवुड में विमेन ओरियंटेड एक नए किस्म के सिनेमा का आगाज कर दिया है. बालीवुड में अभी तक यारों-दोस्तों का कॉन्सेप्ट ही हिट होता था, जिसकी मिसाल 'जिंदगी मिलेगी न दोबारा' और 'दिल चाहता है' जैसी फिल्में थीं. लेकिन अब सहेलियाँ भी किसी से कम नहीं. 'वीरे दी वेडिंग' Why should boys have all the fun के कॉन्सेप्ट पर आधारित है. इस फिल्म को देखते हुए 'सेक्स एंड द सिटी' की चार सहेलियां भी आपके जेहन में घूम सकती हैं. फिल्म मॉडर्न समय और मॉडर्न गर्ल्स को ध्यान में रखकर लिखी गई है. डायरेक्टर शशांक घोष ने कहानी को मजेदार ढंग से बुना है, और सेकंड हाफ की थोड़ी सुस्त चाल छोड़ दी जाए तो फिल्म दिलचस्प है.