यह फिल्म एक मां के लिए 'मां' का दर्जा पाने और एक बदले की कहानी है. एक मां, जो अपनी बेटी के साथ हुए बलात्कार के खिलाफ इंसाफ पाने के लिए कानून का दरवाजा खटखटाती है और कानून से इंसाफ न मिलने पर खुद ही अपनी बेटी के लिए इंसाफ ढूंढने निकल पड़ती है.
Advertisement