मुक़ाबला में चुनावी वादों और उसका वोटर पर होने वाले असर पर बहस हुई. TAXAB के प्रेसिडेंट मनु गौर का कहना है कि वोटर पर असर होता है. लेकिन नेताओं को ज़्याद फर्क नहीं पड़ता क्योंकि उनके पॉकेट से कुछ नहीं जाएगा. जो होगा या तो टैक्स से होगा या भी योजनाओं का बजट घटाकर होगा .