NDTV Election Cafe. मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) आंदोलन के नेता मनोज जरांगे (Manoj Jarange) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (Maharashtra Assembly Elections) में कुछ उम्मीदवारों के समर्थन का ऐलान किया था. उनके इस कदम को महाराष्ट्र के बड़े सियासी घटनाक्रम के तौर पर देखा जा रहा था. पर आज मनोज जरांगे ने चुनावी राजनीति से अपने कदम पीछे खींचने का ऐलान कर दिया. चर्चा जारी है कि इस कदम से किसको फायदा होगा और अगर उनके उम्मीदवार मैदान में होते तो किसको नुकसान होता? मनोज जरांगे के नेतृत्व वाले मराठा आरक्षण आंदोलन ने लोकसभा चुनावों में महायुति (Mahayuti) को काफी नुकसान पहुंचाया था. मराठवाड़ा क्षेत्र जहां आंदोलन का सबसे ज्यादा असर था वहां की 8 लोकसभा सीट में से महायुति को सिर्फ एक सीट मिली थी जबकि बची 7 सीटें महा विकास अघाड़ी के खाते में गई थीं. मराठवाड़ा क्षेत्र में 46 विधानसभा सीटें आती हैं. 2024 लोकसभा में इसमें से 32 सीटों पर महा विकास अघाड़ी को बढ़त मिली थी जबकि महायुति को सिर्फ 12 सीटों पर. महाराष्ट्र का चुनाव इस बार काफी कड़ा बताया जा रहा है. महाराष्ट्र चुनाव में मनोज जरांगे फैक्टर कितना असर डालेगा? साथ ही महाराष्ट्र चुनाव से जुड़े दसरे मुद्दों पर हुई आज NDTV Election Cafe में हुई चर्चा