पुणे में हिंसा के विरोध में दलित संगठनों के महाराष्ट्र बंद का असर मुंबई समेत कई शहरों में रहा. जगह-जगह प्रदर्शन और चक्का जाम से लोग परेशान भी दिखे. इस बंद ने मुंबई की रफ़्तार पर पूरी तरह ब्रेक लगा दिया. सड़कें खाली दिखीं. न लोकल, न बसें और न ओला ऊबर जैसे टैक्सी सेवाएं. सुरक्षा कारणों से घाटकोपर स्टेशन से एयरपोर्ट स्टेशन तक मेट्रो सेवा भी बंद करनी पड़ी. हार्बर और सेंट्रल लाइन पर ट्रेन सेवाओं पर असर दिखा, हालांकि फिर धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हुई. इस बंद का एलान करने वाले प्रकाश अंबेडकर भी पूरा दिन गुज़रने के बाद सामने आए और बंद वापस लेने की बात कही, लेकिन तब तक हिंसा और लोगो की परेशानी की खबरे आती रही. बंद दलितों पर हुई हिंसा के विरोध में किया गया था.