बीजेपी ने साफ कर दिया है कि वह अपनी तरफ से शिवसेना से बात नहीं करेगी। बीजेपी कल शिवसेना नेताओं से मुलाकात की बात को भी गलत बता रही है। सूत्रों के मुताबिक शिवसेना, बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का दखल चाहती है और वह उद्धव ठाकरे और नरेंद्र मोदी की आपस में मुलाकात के पक्ष में है। लेकिन बीजेपी अपना हाथ और कद दोनों ऊपर रखना चाहती है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी अल्पमत सरकार बनाने के पक्ष में है और पार्टी ने इस बीच कई निर्दलीय और छोटे दलों का समर्थन भी हासिल कर लिया है।