मध्यप्रदेश सरकार ने सांडों के बधियाकरण का आदेश निकाला लेकिन भोपाल की सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर के विरोध के बाद आदेश वापस ले लिया. सरकार ने पहले कहा था जो सांड अनुपयोगी हैं यानी सामान्य समझ में प्रजनन क्षमता नहीं है वो अनुपयोगी हैं, ऐसे में सवाल है जब वो प्रजनन क्षमता खो चुका है तो फिर उसके बधियाकरण करने की आवश्यकता क्या है, लेकिन दूसरी तरफ जब विशेषज्ञों की बात मानें तो लगता है ये जरूरी है खासकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए.