कैनडा के प्रधानमंत्री बुधवार को अमृतसर के गोल्डन टेंपल पहुंचे. पूरे दौरे में अमृतसर की अहमियत सबसे ज्यादा है. इस पर नजर भारत के अलावा कैनडा में रहने वाले 5 लाख सिख वोटरों की भी रही. ट्रूडो सरकार में 4 सिख मंत्री है, जिनमें खालिस्तान के समर्थक भी हैं और खालिस्तान भारत कैनडा के रिश्तों में एक बड़ा रोड़ा रहा है.खालिस्तान के मुद्दे की वजह से 80 के दशक से भारत कैनडा के रिश्ते ठंडे रहे. यह एक मुद्दे के तौर पर फिर उभरा है.