देशभर में प्रवासी मजदूरों के हालात एक जैसे हैं. अपने घर लौटने की आस लिए प्रवासी दिल्ली सरकार के पंजीकरण केंद्रों के बाहर परिवार सहित इंतजार कर रहे हैं. ट्रेनों की संख्या कम और मजदूरों की संख्या ज्यादा होने से इन मजदूरों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.