हरियाणा की लेबर एक्टिविस्ट नौदीप कौर (Labor activist Nodeep Kaur)करनाल जेल से रिहाई के अगले दिन शनिवार को सिंघु बॉर्डर (Singhu Border) पर किसानों के आंदोलन को समर्थन देने पहुंचीं. नौदीप कौर ने कहा है कि उन पर लगे जबरन उगाही के आरोप बेबुनियाद हैं. नौदीप ने कहा कि 12 जनवरी को वे लोग लॉकडाउन के दौरान मजदूरों के बकाया वेतन की मांग को लेकर वहां गए थे. पुलिस ने जब मजदूरों और उनमें शामिल महिलाओं पर लाठीचार्ज किया तो श्रमिकों ने भी जवाब दिया. नौदीप कौर का कहना है कि उन्होंने उस दिन भी किसी को नहीं मारा था.