कश्मीर के मामले में इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर कौन है, इस पर न सरकार की तरफ से कुछ आया है और न ही इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर ने अपनी तरफ से कुछ कहा है. कश्मीर जैसे संवेदनशील मामले में खुद को इंटरनेशनल बिजनेस ब्रोकर बताने वाली मादी शर्मा यानी मधु शर्मा की मदद भारत सरकार को क्यों लेनी पड़ी. यह एनजीओ ऐसा क्या काम करता है जो विदेशी सांसदों का कश्मीर दौरा कराता है और प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की मंज़ूरी भी ले लेता है. आखिर यह ब्रोकर कौन हैं जिनकी भारत सरकार में इतनी पहुंच है लेकिन इन्हें लेकर कोई कुछ बोल नहीं रहा है. आखिर सरकार ने मादी शर्मा की मदद क्यों ली?