मंगलवार को ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एनडीटीवी से कहा कि दुर्गा पूजा कोई धार्मिक त्योहार नहीं है, ये एक सामाजिक त्योहार है, जिसमें सब शामिल होते हैं। उत्तर भारत में होने वाली रामलीलाओं का भी सच यही है। राम सबके हैं, लीला में सब शामिल हैं। किसी का धर्म खतरे में नहीं पड़ता, कोई देवता लांछित महसूस नहीं करता।