भारत में पहले चरण में 30 करोड़ के टीकाकरण का लक्ष्य है. लेकिन इतना बड़े पैमाने पर टीकाकरण क्या सफल होगा, इसका जवाब विशेषज्ञों ने दिया है.सीएसआआर के महानिदेशक डॉ. शेखर मांडे ने कहा कि सबसे पहले ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को मंजूरी मिल सकती है. भारत बायोटेक और फाइजर की वैक्सीन भी दौड़ में है. एम्स प्रोफेसर डॉ. उमा कुमार ने कहा कि विशाल आबादी को लेकर अंदेशा रहता है कि तैयारी फेल हो जाएगी, लेकिन टीकाकरण की तैयारी चाकचौबंद है. ड्राई रन इसी का हिस्सा है. आधुनिक तकनीक के जरिये मुहिम चल रही है. इंटरनेट और स्मार्टफोन की जानकारी न रखने वालों को मुश्किलों पर पहले चरण में ऐसी समस्या नहीं आएगी और इससे मिलने वाले अनुभवों से आगे सुधार किया जाएगा. मांडे ने कहा कि टीका तैयार करने के मानक में कोई समझौता नहीं हुआ है. अगर टीकाकरण में किसी में शारीरिक दुष्प्रभाव सामने आते हैं तो उसके लिए भी तैयारी है.