एशिया और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पिछले कुछ वर्षों में जो अराजकता और हिंसा हुई है, उसने हज़ारों लोगों को घरबार छोड़कर बाहर शरण लेने को मजबूर किया है। वे गोलियों और बमों से झुलसे अपने घर, मुहल्ले और शहर छोड़ यूरोप के अलग-अलग देशों में ठिकाना खोज रहे हैं।