Khabron Ki Khabar:पिछले तीन हफ्तों से अदालतों में यह बहस चल रही है कि दिल्ली को कितनी ऑक्सीजन (Delhi Oxygen Shortage)मिले. दिल्ली को पहली बार 730 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली है. दिल्ली का कहना है कि रोज 700 टन ऑक्सीजन चाहिए. केंद्र का कहना है कि इतनी ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है, दिल्ली में ऑडिट की जरूरत है. दिल्ली सरकार ने यह भी कहा कि आवंटन कागजी नहीं बल्कि जमीन पर होना चाहिए. केंद्र का कहना है कि दिल्ली की सप्लाई (Delhi Oxygen Supply) बढ़ाने के लिए कहीं और से कटौती करनी होगी. दिल्ली ने इसे अदालत की अवमानना बताया है. केंद्र का तर्क है कि हमें पूरे देश के बारे में सोचना है. बड़ा सवाल है कि सरकारों का काम अदालतों को क्यों करना पड़ रहा है.