एक बार फिर से वही फेयरमाउंट होटल. एक बार फिर से वही जयपुर. एक बार फिर से वही गहलोत साहब का राजस्थान. ठिकाना बना है भावी विधायकों का, जो उम्मीदवार हैं उनको टिकाने के लिए. बाड़ाबंदी एक बार फिर से हो रही है. लेकिन अबकी विधायक नहीं हैं ये राजस्थान के. अबकी उम्मीदवार हैं ये असम के, और वो भी गठबंधन के. भी चुनाव के नतीजे भी नहीं आए हैं. लेकिन ऐसी स्थिति बताई जा रही है कि कहीं खरीद-फरोख्त न हो जाए.