कर्नाटक में 10वीं के बोर्ड एग्जाम 25 जून से होने वाले हैं. दूसरे राज्यों की तरह यहां परीक्षा रद्द कर छात्रों को अगली क्लास में पदोन्नति देने से मना कर दिया गया. इस फैसले के खिलाफ अब अदालत का दरवाजा खटखटाने की तैयारी चल रही है. इसको लेकर एक शिकायत पुलिस में भी दर्ज करवाई गई है. शिकायत में कहा गया है कि कोरोना संकट के बीच परीक्षा कराना, छात्रों के जीवन से खेलने जैसा है. कर्नाटक के शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने राज्य में 12वीं की परीक्षा करवा दी. वह खुद कुछ केंद्रों पर निरीक्षण के लिए गए थे.