कर्नाटक के तुमकरु में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के दो युवाओं की हत्या का मुख्य आरोपी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. गांव में उसका और उसके परिवार का दबदबा है. जिनकी हत्या हुई है, वो लोग बेहद गरीब हैं और उन पर छोटी-मोटी चोरी का मामला भी चल रहा है. लेकिन सवाल यह है कि चोरी के शक में क्या किसी को जलाने और मार डालने का अधिकार है. देखिए हमारे सहयोगी नेहाल किदवई की रिपोर्ट.