करगिल जीत के 15 साल पूरे होने पर देश के लिए जान देने वाले शहीदों को याद किया जा रहा है, लेकिन उस जंग में कई जांबाज़ सिर्फ घायल हुए थे, और उन्हीं में से एक हैं मेजर डीपी सिंह, जिन्होंने जंग में एक पैर गंवाया था। यह मेजर साहब का हार नहीं मानने का जज़्बा ही था, जिसकी बदौलत वह आज एक एथलीट के रूप में पहचाने जाते हैं, मगर अफसोसनाक यह है कि जान की बाज़ी लगाने वाले इस हीरो को उसका हक आज तक नहीं मिल सका।