इसरो ने 48 घंटे की चुप्पी के बाद ये मान लिया है कि उसके द्वारा प्रक्षेपित उपग्रह जीसेट 6-ए ठीक तरीके से काम नहीं कर रहा है. सूत्रों के मुताबिक उपग्रह में पावर सिस्टम के फेल होने की वजह से नुकसान हुआ है. हांलाकि वैज्ञानिक इसे दुरुस्त करने में लगे हुए हैं. इस उपग्रह को बनाने में 270 करोड़ रुपये का खर्च आया था, जिसे 29 मार्च को अंतरिक्ष में स्थापित किया गया था.