देश के अलग अलग हिस्सें में सरकार कोरोना को हराने की जंग लड़ रही है. ये जंग कोरोना के ही खिलाफ होनी चाहिए थी लेकिन जंग आपस में भी छिड़ी है. तरह-तरह के बयान और आरोप-प्रत्यारोप भी हुए हैं जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. लॉकडाउन भी इसलिए लगाया गया कि स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त कर लिया जाए ताकि जरूरत पड़े तो सब पर्याप्त हो. दिल्ली में अस्पतालों में बेड की उपलब्धता को लेकर भी कई तरह के आरोप प्रत्यारोप हुए हैं. दिल्ली सरकार ने दिल्ली कोरोना ऐप लॉन्च किया जिसमें किस अस्पताल में कितने बेड खाली हैं उसका रियल टाइम डेटा मिलता है. लेकिन हमने एक ख़ास पड़ताल की जिसमें पाया कि कोरोना ऐप में तो बेड दिखा रहा है पर जब हमने अस्पतालों को फ़ोन किया तो वहां से जवाब आया कि बेड खाली ही नहीं हैं. तो क्या दिल्ली के अस्पतालों में बेड की कमी है?